रूस के खिलाफ लंबी रेंज की मिसाइल के इस्तेमाल की इजाजत न मिलने से भड़के जेलेंस्की.
यूक्रेन और रूस के जारी युद्ध के बीच उत्तर कोरिया ने अपने 10 हजार सैनिकों को रूस के सैनिकों के साथ तैनात किया है. जिसमें से करीब 8 हजार सैनिक कुर्स्क क्षेत्र में तैनात किए गए हैं. इसे लेकर शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती को देखते हुए यूक्रेन को रूस में लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता वाली मिसाइल दागने के लिए अपने सहयोगी देशों की अनुमति की जरूरत है.
रूस ने उत्तर कोरियाई सैनिकों को अपने क्षेत्र में बनाए सभी शिविरों में इकट्ठा किया हुआ है.
उन्होंने आगे कहा, “हम उन सभी जगहों पर अपनी नजर बनाए हुए हैं जहां रूस ने उत्तर कोरियाई सैनिकों को अपने क्षेत्र में बनाए सभी शिविरों में इकट्ठा किया हुआ है. अगर हमारे पास लंबे दूरी तक हमला करने की क्षमता होती तो हम हमला कर सकते थे.” राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेन के सहयोगियों पर उत्तर कोरियाई सेना द्वारा हमला शुरू करने का इंतजार करने का आरोप लगाया है. बजाए इसके वे हमे लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली मिसाइल दे, जिसकी हमें अभी बहुत जरूरत है.
अमेरिका ने यूक्रेन को 425 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता पैकेज मुहैया कराई.
रूस-यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरियों के सैनिकों की तैनाती की पुष्टि होने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूक्रेन को 425 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता पैकेज मुहैया कराई है. इसके तहत अमेरिका के यूक्रेन को दिए गए सैन्य सहायता पैकेज में विभिन्न तरह के मिसाइल सिस्टम, आर्टिलरी के लिए गोला-बारूद, जैवलिन औऱ एटी-4 एंटी आर्मर सिस्टम, हाई मोबिलिटी के आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम के लिए गोला-बारूद, बख्तरबंद वाहन, एंटी टैंक हथियार समेत कई तरह के हथियार शामिल है.
रूस में उत्तर कोरिया के लगभग 10 हजार सैनिक वर्तमान में मौजूद हैं, अमेरिकी विदेश मंत्री.
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन द्वारा यूक्रेन के लिए उस वक्त रक्षा पैकेज की घोषणा की गई जब एक खुलासे में बताया गया था कि रूस में उत्तर कोरिया के लगभग 10 हजार सैनिक वर्तमान में मौजूद हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री ने कहा था कि, हमारा आकलन है कि रूस में 10 हजार कोरियाई सैनिक मौजूद है, जिनमें से 8 हजार सैनिकों की तैनाती कुर्स्क क्षेत्र में हुई है. हालांकि अभी तक इन सैनिकों को यूक्रेनी सेना के खिलाफ अभी तक लड़ते नहीं देखा गया है.
यह भी पढ़ें.
कनाडा ने भारत को बताया दुश्मन देश ट्रूडो सरकार ने इस लिस्ट में चीन, ईरान और नॉर्थ कोरिया के साथ डाला नाम.