इजरायल की सेना निर्भय होकर हमास के खिलाफ कार्यवाही करते हुए राफा में टेंक लेकर घुसी, और मिस्र के बोडरों पर कर लिया कब्ज़ा।
हमास के खिलाफ इजराइल की सेना लगातार कार्रवाई कर रही है। इजरायली सेना की कोशिश है कि गाजा में मौजूद हमास के सभी ठिकानों को नष्ट किया जाए। इसी बीच इजारयली सेना ने दावा किया है कि गाजा-मिस्र के बीच सीमा पर एक रणनीतिक क्षेत्र पर उन्होंने पूरी तरह नियंत्रण हासिल कर लिया है। स क्षेत्र को ‘फिलाडेल्फी कॉरिडोर’ कहा जाता है। आईडीएफ ने इस क्षेत्र में 20 सुरंगों की खोज की है। इस सुरंगों का उपयोग सीमा पार तस्करी के लिए किया जाता है।
मिस्र की सीमा के पास हमास के आतंकवादियों ने रॉकेट लॉन्चर तैनात किए थे, इजराइल सेना।
सुरंगों के जरिए हथियार और अन्य सामग्रियां मिस्र से हमास तक पहुंचाई जाती हैं। इजराइल रक्षा बलों के प्रवक्ता ने बयान में यह भी कहा कि हमास के आतंकवादियों ने मिस्र की सीमा के पास रॉकेट लॉन्चर तैनात किए थे। हमास ने मिस्र की सीमा से सटे क्षेत्र का फायदा उठाया है। हमास को भरोसा था कि आईडीएफ मिस्र की सीमा पार से क्षेत्र में गोलीबारी नहीं करेगा। हमास सोचता था कि इजरायल को इस बात का डर होगा कि गोलियां मिस्र के क्षेत्र में भी जा सकती है।
इजराइल की सेना द्वारा दक्षिणी गाजा में राफा पर घातक हमले जारी हें।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के आदेश के बावजूद इज़राइल ने दक्षिणी गाजा में राफा पर घातक हमले जारी रखे, जहां गाजा के 2.3 मिलियन लोगों में से आधे ने पहले शरण ली है । मंगलवार (29 मई) को राफा के केंद्र में इजरायली टैंक देखे गए। इज़रायली मर्कवा टैंक पहली बार राफ़ा में दाखिल हुए। इजरायल के मर्कवा टैंक पहली बार राफा में दाखिल हो चुके हैं। राफा के सिटी सेंटर पर भी आईडीएफ ने कब्जा जम लिया है।
राफा पर इजरायल की सैनिक कार्यवाई पर दुनियाभर में निंदा हुई थी।
पाठकों की जानकारी के लिए लिख रहें हें कि कुछ दिनों पहले इजरायल ने राफा पर हमले किए थे। इस हवाई हमले में की वजह से शरर्णार्थी शिविर में आग लग गई, जिसमें 45 निर्दोष लोगों की जान चली गई। दुनियाभर में इजराइल की इस हरकत की दुनिया भर में निंदा हुई. इस घटना पर खुद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अफसोस जताया है।
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