अफगानिस्तान मे तालिबान की क्रुरता, हजारों लोगों के सामने दो लोगों को दी गोली मारकर मौत की सजा दी।
अफगानिस्तान में तालिबान ने गुरुवार को एक स्टेडियम में सरेआम दो लोगों की गोली मारकर मौत की सजा दी। इस सज़ा को देखने के लिए वहां हजारों लोग मौजूद थे. जिस स्टेडियम में सजा दी गई वह गजनी के अली लाला इलाके में स्थित है। जब तालिबान अधिकारियों ने दोषी और उसके अपराध के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई उत्तर नहीं दिया।
अफगानिस्तान मे तालिबान नेता हैबतुल्लाह अखुंदज़ादेह के आदेश पर यह सज़ा दी गई है।
स्थानीय मीडिया का कहना है कि मौत की सज़ा अदालत और तालिबान नेता हैबतुल्लाह अखुंदज़ादेह के आदेश पर दी गई है। गुरुवार दोपहर को अफगानिस्तान मे स्टेडियम के सामने भारी भीड़ जमा हो गई थी ओर बाकी लोगों ने भी अंदर जाने की कोशिश की।
अफगानिस्तान मे तालिबान राज मे यह चौथी सार्वजनिक मौत की सजा है।
दोनों व्यक्तियों को दोपहर 1 बजे से कुछ देर पहले सार्वजनिक रूप से गोली मार दी गई। इस दौरान 15 गोलियां चलाई गई, एक आदमी को आठ बार गोली मारी गई ओर दूसरे को सात बार। कुछ देर बाद दोनों के शवों को एंबुलेंस से ले जाया गया। वर्ष 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता संभालने के बाद से तालिबान के लिए यह चौथी सार्वजनिक मौत की सजा दी गई है।
न्यायाधीशों को अफगानिस्तान मे तालिबन ने वर्ष 2022 में इस्लामी शरिया लागू करने का निर्देश दिया था।
अफगानिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के एक अधिकारी अतीकुल्लाह दरविश ने कहा कि दोनों लोगों को हत्या का दोषी पाया गया है। देश की अदालतों में दो वर्ष तक चले विचार-विमर्श के बाद इस निर्णय पर हस्ताक्षर किये गये। पाठकों की जानकारी के लिए लिख रहें हें कि अखुंदजादेह ने न्यायाधीशों को वर्ष 2022 में इस्लामी शरिया के सभी नियमो को पूरी तरह से लागू करने का निर्देश दिया है। इसमें आंख के बदले आंख की सजा देना भी शामिल है।
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