प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को अगले साल 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कजान में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक की. इस दौरान पीएम मोदी ने पुतिन को अगले साल 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि दोनों नेताओं ने राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा, ऊर्जा और लोगों के बीच संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की.
बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को उनके निमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने ब्रिक्स की रूसी अध्यक्षता और बाईलैटरल (बहुपक्षवाद) को मजबूत करने, सतत विकास को आगे बढ़ाने और वैश्विक शासन सुधार को आगे बढ़ाने के उसके प्रयासों की सराहना की. पीएम कार्यालय ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि दोनों नेताओं ने राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा, ऊर्जा और लोगों के बीच आपसी संबंधों सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की भी समीक्षा की.
- प्रधानमंत्री मोदी ने व्लादिमीर पुतिन से रूसी सेना में शेष भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई के मुद्दे पर भी चर्चा की.
- प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि संघर्ष के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति ही आगे का रास्ता है.
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक शानदार बैठक हुई.
प्रधानमंत्री मोदी ने व्लादिमीर पुतिन से रूसी सेना में शेष भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई के मुद्दे पर भी चर्चा की.
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान रूसी सेना में शेष भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई के मुद्दे पर भी चर्चा की. रूसी पक्ष के समर्थन से, हाल के महीनों में कई भारतीय नागरिक भारत लौटने में सफल रहे हैं. हम समझते हैं कि वर्तमान में दूतावास रूसी पक्ष के साथ लगभग 20 मामलों पर काम कर रहा है और हमें बहुत उम्मीद है कि इन सभी व्यक्तियों को जल्द रिहा किया जा सकेगा और उन्हें बहुत जल्द भारत वापस भेजा जा सकेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि संघर्ष के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति ही आगे का रास्ता है.
बैठक में मोदी और पुतिन ने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर भी अपने विचार साझा किए. प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि संघर्ष के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति ही आगे का रास्ता है. उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेनी नेतृत्व के साथ अपने जुड़ाव के बारे में जानकारी दी और कहा कि भारत क्षेत्र में शांति लाने में योगदान देने के लिए तैयार है. इसके अलावा दोनों पक्षों ने चल रहे रक्षा सहयोग पर भी संतोष व्यक्त किया और रक्षा सहयोग पर भारत-रूस अंतर-सरकारी सहयोग समूह की अगली बैठक मास्को में शीघ्र आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक शानदार बैठक हुई.
एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक शानदार बैठक हुई. भारत और रूस के बीच संबंध बहुत गहरे हैं. हमारी बातचीत इस बात पर केंद्रित थी कि विभिन्न क्षेत्रों में हमारी द्विपक्षीय साझेदारी को और भी अधिक मजबूती कैसे दी जाए.” प्रधानमंत्री ने कहा कि कजान में भारत के नए वाणिज्य दूतावास के खुलने से भारत और रूसी शहर के बीच संबंध और मजबूत होंगे. भारत और रूस के बीच घनिष्ठ संबंधों और पीएम मोदी के साथ अपने व्यक्तिगत तालमेल को दर्शाते हुए, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चुटकी लेते हुए कहा कि हमारे बीच ऐसा रिश्ता है कि मुझे लगा कि आपको किसी अनुवाद की आवश्यकता नहीं है. राष्ट्रपति पुतिन की इस बात का अनुवाद सुनकर पीएम मोदी भी मुस्कुराने लगे.
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