हिज्बुल्लाह के एलीट राडवान फोर्स का यूनिट कमांडर इब्राहिम अकील को इजरायल ने मार गिराया.
इजरायल की तरफ से हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला जारी है. इजरायल ने शुक्रवार (20 सितंबर 2024) को कहा कि उसने एक हमले में हिज्बुल्लाह की एलीट यूनिट के कमांडर को मार गिराया है. लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, बेरूत में 14 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए हैं. जानकारी के अनुसार, एलीट यूनिट के जिस कमांडर को मारने की बात इजरायल ने कही है, उसका नाम इब्राहिम अकील है. वह 1983 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास पर बमबारी में शामिल था. इसके लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से वह वांछित था. अकील ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिज्बुल्लाह के एलीट राडवान फोर्स की अगुवाई करता था.
हिज्बुल्लाह ने उसे अपने महान नेताओं में से एक बताया, जो यरूशलेम के रास्ते पर मारा गया.
हिज्बुल्लाह समूह ने भी अकील की मौत की पुष्टि की है. हिज्बुल्लाह ने उसे अपने महान नेताओं में से एक बताया, जो यरूशलेम के रास्ते पर मारा गया, एक ऐसा वाक्यांश जिसका उपयोग समूह इज़रायल की ओर से मारे गए लड़ाकों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है. अकील की हत्या गाजा में युद्ध की शुरुआत के बाद से हिज़्बुल्लाह के किसी वरिष्ठ कमांडर की दूसरी हत्या थी. एएफपी के अनुसार, जुलाई में बेरूत में एक और इजरायली हमले में आंदोलन के शीर्ष संचालन प्रमुख फुआद शुकर की मौत हो गई थी. हमले के स्थान पर मौजूद एएफपी पत्रकारों ने कहा कि इजरायल के अटैक के बाद मौके पर एक बड़ा गड्ढा हो गया और बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में एक ऊंची इमारत की निचली मंजिलें जलकर खाक हो गईं.
अकील 2008 से हिज्बुल्लाह के सर्वोच्च सैन्य निकाय, जिहाद परिषद का सदस्य था.
एसोसिएट प्रेस के अनुसार, इब्राहिम अकील का जन्म लेबनान के पूर्व में बालबेक में हुआ था और 1980 के दशक में हिजबुल्लाह के शुरुआती दिनों में ही वे इसमें शामिल हो गया था. अकील 2008 से हिज्बुल्लाह के सर्वोच्च सैन्य निकाय, जिहाद परिषद का सदस्य था और एलीट राडवान फोर्स का प्रमुख था. इस फोर्स ने शहरी युद्ध और विद्रोह विरोधी में अनुभव प्राप्त करते हुए सीरिया में भी लड़ाई लड़ी.
हिज्बुल्लाह के निर्माण की शुरुआत में ही इब्राहिम अकील ने काम करना शुरू किया था.
वहीं हिज्बुल्लाह और उसके फोर्स से जुड़ी जानकारी रखने वाले ब्रुसेल्स स्थित सैन्य और आतंकवाद विरोधी विश्लेषक एलिजा मैग्नियर ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि वह समूह के पुराने रक्षकों में से एक था. उसने हिज्बुल्लाह के निर्माण की शुरुआत में काम करना शुरू किया और वह अलग-अलग जिम्मेदारियों में आगे बढ़ा. अमेरिका ने अप्रैल 2023 में उसके बारे में जानकारी देने वाले को 7 मिलियन डॉलर (करीब 60 करोड़ रुपये) इनाम देने की घोषणा की थी.
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