जम्मू कश्मीर में एक दशक बाद हो रहा चुनाव, तीसरे चरण के लिए सियासी दल एक्टिव मोड में.
जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज है. घाटी में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं, जिसमें से दो चरणों के मतदान की प्रक्रिया पूरी भी हो चुकी है. तीसरे चरण के लिए सियासी दल एक्टिव मोड में है. जम्मू कश्मीर में वैसे तो चुनावी ऐलान के बाद ही सभी सियासी दल अपना अपना दावा ठोक रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत तो यह है कि किसी भी दल के लिए जीत हासिल करना इतना आसान नहीं है. 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही बड़े दल मैदान में है.
जम्मू कश्मीर में एक दशक के बाद चुनाव हो रहे हैं. ऐसे में यह कहा जा रहा है कि घाटी के हालात और तस्वीर दोनों ही बदल जाएंगी. एक तरफ कांग्रेस अपनी ताकत झोंक रही है तो वहीं भाजपा अपने ताकतवर नेताओं को मैदान में उतार कर किस्मत आजमा रही है.
- पिछले कुछ समय से राहुल गांधी भी जम्मू कश्मीर राज्य का दौरा करते दिखाई दे रहें हें.
- भाजपा ने जम्मू कश्मीर राज्य में 66 सीटें जीतने की रणनीति तैयार की हे.
- अब केवल एक चरण का ही चुनाव बचा है जम्मू कश्मीर राज्य में.
- जम्मू कश्मीर राज्य के जम्मू रीजन पर जीत दर्ज करना चाहती है बीजेपी.
पिछले कुछ समय से राहुल गांधी भी जम्मू कश्मीर राज्य का दौरा करते दिखाई दे रहें हें.
जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी का फोकस है. यहां कांग्रेस के नेता हर हाल में इस चुनाव में जीत दर्ज करना चाहते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे घाटी में काफी समय दे रहे हैं. बीते रोज राहुल गांधी भी राज्य का दौरा करते दिखे. वहीं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती इंडिया गठबंधन में शामिल तो होना चाहती है, लेकिन इसके लिए कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस को पीडीपी के एजेंडे को मानना जरूरी है.
भाजपा ने जम्मू कश्मीर राज्य में 66 सीटें जीतने की रणनीति तैयार की हे.
जम्मू कश्मीर के जम्मू संभाग की विधानसभा सीटों की संख्या 40 से बढ़कर 47 हो गई है. वहीं घाटी में सीटों की संख्या 36 से 37 हो गई है, जिसे देखते हुए कश्मीर घाटी और जम्मू में जोरदार लड़ाई के आसार देखने को मिल रहे हैं. 40 या इससे ज्यादा सीट पाने वाले दल या गठबंधन को राज्य मे सरकार बनाने का मौका मिलेगा इसे ध्यान में रखकर जेपी नड्डा की टीम ने राज्य में 66 सीटें जीतने की रणनीति तैयार की थी.
अब केवल एक चरण का ही चुनाव बचा है जम्मू कश्मीर राज्य में.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सचिवालय के सदस्य का कहना है कि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस मिलकर 85 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. जम्मू कश्मीर में अब एक चरण का चुनाव बचा है. सबसे बड़ी बात यहां यह है कि 370 निरस्त होने के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं. यहां पर भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है कि बाजी कैसे मारी जाए.
जम्मू कश्मीर राज्य के जम्मू रीजन पर जीत दर्ज करना चाहती है बीजेपी.
बीजेपी वैसे तो जम्मू कश्मीर राज्य के जम्मू रीजन पर जीत दर्ज करना चाहती है, लेकिन इसके सामने कई सारी चुनौतियां हैं. जम्मू रीजन में भी भाजपा के लिए सबसे महत्वपूर्ण सीट है श्री माता वैष्णो देवी कटरा, जिसे भाजपा किसी भी हालत में गंवाना नहीं चाहती है. अब देखना यह होगा कि आखिरकार जम्मू की जनता किसे समर्थन देती है.
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