दिल्ली चुनाव 2025: भाजपा, आप और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला, पीएम मोदी ने चुनावी रणनीति पर की चर्चा

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दिल्ली चुनाव 2025: भाजपा, आप और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला, पीएम मोदी ने चुनावी रणनीति पर की चर्चा
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दिल्ली में 2025 विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा सीटों पर इस बार मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है, जिसमें भाजपा, आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस मुख्य दल के रूप में सामने हैं। जहां भाजपा 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर है और इस बार सत्ता में वापसी की रणनीति बना रही है, वहीं आम आदमी पार्टी चौका लगाने को तैयार है और कांग्रेस भी वनवास खत्म करने का प्रयास कर रही है।

भा.ज.पा. की रणनीति: 27 साल का सूखा खत्म करने की कोशिश

दिल्ली चुनाव 2025 भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है। पार्टी पिछले 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर है और अब भाजपा हरियाणा और महाराष्ट्र की जीत की लय को दिल्ली में भी बरकरार रखना चाहती है। इस कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद दिल्ली चुनाव की कमान संभाल चुके हैं। भाजपा ने पहले ही अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर दी है, जिसमें 29 सीटों के उम्मीदवारों का नाम घोषित किया गया है। भाजपा ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा को उतारा है, और कालकाजी से पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को उम्मीदवार बनाया है, जहां उनका मुकाबला मुख्यमंत्री और आप उम्मीदवार आतिशी से होगा।

हालांकि, भाजपा ने अब तक 29 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, जबकि बाकी 41 सीटों के लिए पार्टी में मंथन जारी है। इस बारे में केंद्रीय चुनाव समिति की शुक्रवार शाम को बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव बीएल संतोष समेत अन्य दिग्गज नेता मौजूद थे।

आम आदमी पार्टी का रणनीति: चौका लगाने का प्लान

आम आदमी पार्टी ने भी अपनी पूरी ताकत के साथ दिल्ली चुनाव में उतरने का निर्णय लिया है। पार्टी ने करीब सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने अपना पूरा ध्यान भाजपा को हराने और दिल्ली में तीसरी बार सरकार बनाने पर केंद्रित किया है।

आम आदमी पार्टी ने अपनी प्रचार-प्रसार की रणनीति को लेकर काफी काम किया है और पार्टी के नेता भाजपा के झूठ को बेनकाब करने का दावा कर रहे हैं। केजरीवाल ने कई बार भाजपा को घेरते हुए आरोप लगाया कि भाजपा जनता को झूठे वादे और प्रचार के माध्यम से भ्रमित कर रही है।

कांग्रेस का आक्रामक रुख: वनवास खत्म करने की रणनीति

कांग्रेस भी इस बार आक्रामक होकर दिल्ली चुनाव में जीत की कोशिश कर रही है। दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पिछले कई वर्षों से सत्ता से बाहर है और पार्टी इस बार अपनी वापसी की योजना बना रही है। कांग्रेस के नेता इस बार बड़े सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी में हैं, ताकि भाजपा और आप को कड़ी टक्कर दी जा सके।

भा.ज.पा. की केंद्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक

दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा की रणनीति को लेकर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शुक्रवार शाम को पार्टी मुख्यालय में हुई। इस बैठक में पीएम मोदी ने दिल्ली की जनता का रुझान भाजपा की ओर बढ़ने की बात कही और सभी नेताओं से चुनाव जीतने के लिए और मेहनत करने की अपील की। मोदी ने कहा कि अब हमें अरविंद केजरीवाल के झूठ को बेनकाब करना होगा और दिल्ली की जनता को उनके असलियत से अवगत कराना होगा।

सूत्रों का कहना है कि इस बैठक से इतर पीएम मोदी और अमित शाह ने एक अलग बैठक की, जिसमें केवल तीन लोग शामिल थे – पीएम मोदी, अमित शाह और बीएल संतोष। इस बैठक में दिल्ली कैंडिडेट लिस्ट और आम आदमी पार्टी के खिलाफ भाजपा की रणनीति पर चर्चा की गई। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद भाजपा अपनी दूसरी कैंडिडेट लिस्ट आज जारी कर सकती है।

कांग्रेस और आप की चुनौती

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। भाजपा का लक्ष्य दिल्ली में अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को फिर से हासिल करना है, जबकि आप और कांग्रेस दोनों की कोशिश दिल्ली में भाजपा को हराने की है। दिल्ली के चुनावी नतीजे केवल पार्टी की प्रतिष्ठा ही नहीं, बल्कि आगामी राष्ट्रीय चुनावों पर भी प्रभाव डालेंगे।

आखिरकार, इस बार दिल्ली में चुनावी मुकाबला रोमांचक और त्रिकोणीय होता दिखाई दे रहा है। भाजपा, आप और कांग्रेस के बीच के इस संघर्ष में दिल्ली के मतदाता किसे अपना समर्थन देंगे, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल सभी दल अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में हैं।

दिल्ली चुनाव 2025 में भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच मुकाबला लगातार दिलचस्प होता जा रहा है। इस बार का चुनाव दिल्ली की राजनीतिक दिशा तय करेगा।

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