दिल्ली में विधानसभा के चुनाव में भाजपा केजरीवाल के सामने कद्दावर और हिंदूवादी चेहरे को उतारने की तैयारी में।
अगले दो-तीन महीने में दिल्ली में विधानसभा का चुनाव होना है। ऐसे में राजधानी की सबसे हॉट सीटों में से एक सबकी नजर ‘नई दिल्ली सीट’ पर टिकी हुई है। यहां से दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल चुनाव लड़ते हैं। ऐसे में इस बार भाजपा उन्हें कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रही है।
तैयारियों के बीच बीजेपी सूत्रों से जो खबर आ रही है कि पार्टी इस बार केजरीवाल के सामने एक कद्दावर और हिंदूवादी चेहरे को उतारने की तैयारी में है। यह पूर्व में विधायक और लोकसभा सांसद भी रहे हैं। इनके पिता राजधानी दिल्ली के पूर्व सीएम रहे हैं।
- प्रवेश वर्मा को भाजपा नई दिल्ली से केजरीवाल के सामने चुनाव मैदान उतार सकती है।
- बीते कुछ दिनों में प्रवेश वर्मा कार्यकर्ताओं और नागरिकों के साथ दिल्ली में कार्यक्रम कर चुके हैं।
- परवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं।
प्रवेश वर्मा को भाजपा नई दिल्ली से केजरीवाल के सामने चुनाव मैदान उतार सकती है।
पश्चिमी दिल्ली से दो बार सांसद रहे प्रवेश वर्मा विस चुनाव में नई दिल्ली क्षेत्र से केजरीवाल को चुनौती दे सकते हैं। नई दिल्ली क्षेत्र में उनकी सक्रियता से ऐसे संकेत मिल रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा को भाजपा नई दिल्ली से केजरीवाल के सामने चुनाव मैदान में उतार सकती है।
बीते कुछ दिनों में प्रवेश वर्मा कार्यकर्ताओं और नागरिकों के साथ दिल्ली में कार्यक्रम कर चुके हैं।
र्मा ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं और नागरिकों के साथ बैठक और संवाद शुरू किया है। बीते कुछ दिनों में वो ऐसे चार-पांच कार्यक्रम कर चुके हैं। वर्मा पांचवीं विधानसभा में भी महरौली से विधायक चुने गए थे, लेकिन 2014 में भाजपा ने उन्हें पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा प्रत्याशी बनाया था और वह जीते थे।
परवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं।
2019 में भी वह इसी सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे। परवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। साहिब सिंह इससे पूर्व साहब सिंह 1996 से 1998 तक दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। 2024 के लोस चुनाव में भाजपा ने यहां से टिकट बदलकर कमलजीत सहरावत को दे दिया था। इस चुनाव में दिल्ली के सात में से छह लोस प्रत्याशी भाजपा ने बदले थे। सिर्फ मनोज तिवारी को ही तीसरी बार प्रत्याशी बनाया था, तभी से कयास लग रहे थे कि इन पूर्व सांसदों को भाजपा आगामी विस चुनाव में उतार सकती है।
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