चुनाव के प्रचार में प्रधानमंत्री मोदी प्रथम स्थान पर अमित शाह दुसरे स्थान पर और राहुल गांधी तो प्रियंका से भी पिछड़ गए।
18वीं लोकसभा के लिए चुनाव प्रचार का दौर खत्म हो गया है। एक जून को आखिरी चरण में 57 सीटों पर वोटिंग होगी। पंजाब के होशियारपुर में अंतिम चुनावी सभा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी पहुंच गए, जहां वहां विवेकानंद शिला पर ध्यान लगा रहे हैं। पीएम मोदी एक जून की शाम तक ध्यान में लीन रहेंगे। चुनाव प्रचार के दौरान सभी पार्टियों के टॉप लीडर दहकती गर्मी में रैली और रोड शो करते नजर आए, मगर बाजी नरेंद्र मोदी ने मार ली। राहुल गांधी इस मुकाबले में काफी पीछे रहे।
निर्वाचन आयोग ने पिछले 16 मार्च को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम का ऐलान किया था और 19 अप्रैल से वोटिंग शुरू हुई थी। इसके बाद से ही पीएम नरेंद्र मोदी की रैलियों और रोड शो का दौर शुरू हो गया। 15 से 17 मार्च के बीच उन्होंने दक्षिण भारत के पांच राज्यों में जनसभाएं कीं। फिर उन्होंने वेस्टर्न यूपी से अपने चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत की और पंजाब के होशियारपुर में इसे खत्म किया।
- 206 चुनाव के कार्यक्रम में पिछले 75 दिन में 73 साल के नरेंद्र मोदी शामिल हुए।
- 2019 के रेकॉर्ड को भी तोड़ दिया चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने और प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार के मामले में 188 रैली और रोड शो कर दूसरे नंबर पर रहे।
206 चुनाव के कार्यक्रम में पिछले 75 दिन में 73 साल के नरेंद्र मोदी शामिल हुए।
73 साल के नरेंद्र मोदी ने पिछले 75 दिन में 206 चुनावी कार्यक्रम में शामिल हुए और 80 मीडिया चैनलों और अखबारों को इंटरव्यू दिया। 53 साल के कांग्रेस नेता राहुल गांधी 107 चुनावी रैली और रोड शो में नजर आए। उन्होंने अपनी सभाओं के दौरान 100 से अधिक मीडियाकर्मियों से बात की, मगर आधिकारिक तौर से सिर्फ एक इंटरव्यू दिया। प्रचार में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उनसे ज्यादा मुखर रहीं। प्रियंका ने 55 दिनों में 108 जनसभाएं की और छह इंटरव्यू दिए। वह पूरे चुनाव के दौरान मीडियाकर्मियों से संवाद करती रहीं।
2019 के रेकॉर्ड को भी तोड़ दिया चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने और प्रथम स्थान प्राप्त किया।
दूसरे चरण की वोटिंग तक पीएम मोदी ने कांग्रेस नेताओं पर बढ़त हासिल कर ली। सिर्फ अप्रैल में उन्होंने 68 चुनावी रैलियों और रोड शो किया, जबकि कांग्रेस के तीन बड़े नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की कुल मिलाकर 63 चुनावी कार्यक्रम किए। चुनाव में पीएम मोदी ने 2019 के रेकॉर्ड को भी तोड़ दिया। पांच साल पहले 68 दिनों में उन्होंने 145 जनसभाओं को संबोधित किया था। इस बार राजनीतिक दलों को प्रचार के लिए 76 दिनों का वक्त मिला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चुनाव में यूपी में सर्वाधिक 31 रैलियां की। उन्होंने बिहार में 20, महाराष्ट्र में 19 और पश्चिम बंगाल में 18 चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। खास यह रहा कि उन्होंने अपने गृह राज्य गुजरात में सिर्फ छह रैलियां कीं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार के मामले में 188 रैली और रोड शो कर दूसरे नंबर पर रहे।
प्रचार के मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दूसरे नंबर पर रहे। उन्होंने पूरे चुनाव के दौरान एक लाख किलोमीटर से अधिक की यात्रा की और 188 रैली और रोड शो किए। इसके अलावा वह पार्टी के कार्यक्रमों में भी शिरकत करते रहे। यूपी में अखिलेश यादव ने भी तूफानी 69 रैलियां कीं और 4 रोड शो का हिस्सा बने। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने बीजेपी के मुकाबले के लिए जमकर मेहनत की। उन्होंने सात चरणों में 61 चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने डायमंड हार्बर में रोड शो से अपने प्रचार का समापन किया।
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